सुभद्रा कुमारी चौहान की कहानी राही | Rahi by Subhadra Kumari Chauhan

भुखमरी, गरीबी, बेरोजगारी, दरिद्रता और मानवीयता पर सुभद्रा कुमारी चौहान का इन अनुभूतियों के साथ साक्षात्कार हो चुका था। जिसकी अमिट छाप उनकी कहानी ‘राही’ में भली-भाति दिखाई देती है